एस आई आर डी मे विभिन्न विषयो पर विशेषज्ञो द्वारा दिया गया प्रशिक्षण
एस आई आर डी मे विभिन्न विषयो पर विशेषज्ञो द्वारा दिया गया प्रशिक्षण
लखनऊ। 30 अक्टूबर 2025।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में दीन दयाल उपाध्याय ग्राम्य विकास संस्थान बख्शी का तालाब, लखनऊ में विभिन्न सरकारी, अर्धसरकारी विभाग /संस्थाओ के अधिकारियों व कर्मचारियों व विभाग व रचनात्मक कार्यों से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण देकर उन्हें और अधिक दक्ष व सक्षम बनाने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ द्वारा संस्थान के महानिदेशक एल० वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता व अपर निदेशक सुबोध दीक्षित के मार्ग निर्देशन में संस्थान प्रांगण के अन्तर्गत विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है यथा - 27-29 अक्टूबर,2025 की अवधि में ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत, 150 प्रतिभागियों हेतु, लोकोस ट्रांजैक्शन विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम, 27-29 अक्टूबर,2025 की अवधि में, एस बी सी सी विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया।
29-31 अक्टूबर, 2025 की अवधि में, क्षेत्रीय/ जिला ग्राम्य विकास संस्थानों के अधिकारियों/कार्मिकों तथा ग्राम विकास विभाग के कार्मिकों के कुल 30 प्रतिभागियों हेतु, मद्य निषेध विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम 29-31 अक्टूबर,2025 की अवधि में ग्राम विकास विभाग के कुल 30 प्रतिभागियों हेतु, जेण्डर इश्यूज विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा 20-31 की अवधि में क्षेत्रीय/जिला ग्राम्य विकास संस्थानों के अधिकारियों हेतु, ट्रेनर्स ओरियन्टेशन प्रोग्राम विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
बुधवार को प्रशिक्षण कार्यक्रमों के समापन व उद्घाटन समारोह के अवसर पर मिशन कर्मयोगी एवं विकसित भारत @ 2047 के परिप्रेक्ष्य में संस्थान के महानिदेशक एल० वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता तथा विशिष्ट अतिथि वार्ताकारों यथा - डा०किशन वीर सिंह शाक्य प्रख्यात शिक्षाविद् एवं पूर्व वरिष्ठ सदस्य लोक सेवा आयोग उ०प्र० तथा डॉ० ललित मोहन जोशी पूर्व, अपर निदेशक संस्थान एवं मास्टर ट्रेनर, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग, भारत सरकार एवं राज्य मद्य निषेध अधिकारी आर एल राजवंशी की गरिमामई उपस्थिति में प्रशिक्षण कार्यक्रमों के विषयगत वार्ताकारों द्वारा अपने-अपने विषयानुक्रम बिन्दुओं से सम्बन्धित संक्षेप में प्रासंगिक व उपयोगी व्याख्यान दिए गए।
डा० एल एम जोशी द्वारा बुद्धा सभागार में उपस्थित समस्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लगभग 250 प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मिशन कर्मयोगी के अन्तर्गत जो व्यवहारिक व्याख्यान श्री मद्भागवत गीता में भगवान कृष्ण ने उपदेश स्वरूप महाबली अर्जुन को दिए गए हैं। उनको बहुत हीं महत्वपूर्ण ढंग से समझने की आवश्यकता है क्योंकि समसामयिक दृष्टिकोण से आज भी उतनी हीं प्रासंगिकता है। विशेषकर विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में एक वार्ताकार के रूप में, जब विषयगत बिन्दुओं पर चर्चा करते हैं और अनुकरणीय एवं आदर्शवादिता पर महती व्याख्यान देते हैं, तो सर्वप्रथम हमको स्वयं को उसका रोल माडल बनना अपरिहार्य हो जाता है क्योंकि लीडरशिप और व्यक्तित्व विकास तभी होगा,जब एक आदर्श वार्ताकार व ट्रेनर में वह मानवीय गुंण परिलक्षित हों।
डा० किशन वीर सिंह शाक्य द्वारा प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि सभागार में उपस्थित सभी प्रशिक्षकों को शिक्षा, सूचना एवं संचार घटकों को समझना नितान्त आवश्यक है और प्रशिक्षण के दौरान तथा प्रत्येक प्रशिक्षण कार्यक्रम में समेकित रूप से मिशन कर्मयोगी एवं विकसित भारत@ 2047 को आधार मानकर उपयोगी एवं महत्त्वपूर्ण घटकों पर चर्चा करने की आवश्यकता है, तभी इस अमृत काल की सार्थकता होगी।
अध्यक्षीय उद्बोधन के अन्तर्गत महानिदेशक संस्थान एल० वेंकटेश्वर लू द्वारा बताया गया कि सर्वोत्तम पथ वह है कि आप जहां पर या जिस स्थान और पद पर हैं उसको कितनी ईमानदारी , निष्ठा व लगन के साथ निष्पादित करते जन कल्याण में अपनी प्रासंगिक व उपयोगी भागीदारी निभाते हैं।
उ०प्र० राज्य मद्य निषेध अधिकारी आर एल राजवंशी द्वारा प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि आज हमारे देश की सबसे बड़ी विडम्बना इस बात है कि कतिपय युवा किसी न किसी नशे का शिकार है । यह बड़े हीं दुर्भाग्य का विषय है। इस विषय पर प्रमुख रूप हम सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है
सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन डा० नवीन कुमार सिन्हा द्वारा किया गया तथा समस्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों के विषयगत वार्ताकारों, विशिष्ट अतिथियों, अपर निदेशक संस्थान, महानिदेशक संस्थान, समस्त प्रशिक्षण प्रतिभागियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से सहयोग करने वाले संस्थान समस्त अधिकारियों/कार्मिकों को संस्थान के सहायक निदेशक डा० राज किशोर यादव द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन एवं प्रबंधन के दृष्टिगत संस्थान के उपनिदेशक आर के मल्ल, उपनिदेशक डॉ० नीरजा गुप्ता, उपनिदेशक सरिता गुप्ता, सहायक निदेशक डा० सत्येन्द्र कुमार गुप्ता, सहायक निदेशक डा० गरिमा सिंह, डा०सीमा राठौर, राजीव कुमार दूबे, संकाय सदस्य विनीता रावत, धर्मेन्द्र कुमार सुमन, मोहित यादव तथा सहयोग करने वाले कार्मिक संस्थान से उपेन्द्र कुमार दूबे, कम्प्यूटर प्रोग्रामर, मो० शहंशाह तथा मोहम्मद शाहरूख का विशेष उल्लेखनीय व सराहनीय योगदान रहा है।
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